Roshni nadar : महिला उद्यमिता की नई मिसाल मात्र 43 की आयु में

भारत की प्रमुख उद्योगपतियों में से एक, रोशनी नादर (Roshni Nadar), ने अपनी मेहनत और नेतृत्व क्षमता से कई लोगों के दिलों में खास स्थान बना लिया है। वह HCL Technologies की अध्यक्ष और HCL Group की सीईओ हैं, और भारतीय टेक्नोलॉजी उद्योग में अपनी पहचान बना चुकी हैं। रोशनी नादर का नाम अब केवल एक बिजनेस लीडर के तौर पर नहीं, बल्कि एक प्रेरणास्त्रोत के रूप में भी लिया जाता है, जिन्होंने महिला उद्यमिता की नई परिभाषा गढ़ी है।

roshni nadar

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

रोशनी नादर का जन्म 8 अप्रैल 1982 को हुआ था। वह भारत के एक प्रतिष्ठित उद्योगपति शिव नादर की बेटी हैं, जो HCL Group के संस्थापक हैं। रोशनी नादर ने अपनी शुरुआती शिक्षा दिल्ली से प्राप्त की, इसके बाद उन्होंने Northwestern University, अमेरिका से Communications में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने Harvard Business School से MBA (Master of Business Administration) की डिग्री हासिल की।

HCL Technologies में करियर

रोशनी नादर ने HCL Group में अपने करियर की शुरुआत 2009 में की। हालांकि, उनकी शुरुआत एक साधारण कर्मचारी के रूप में नहीं थी, बल्कि उनके पास एक स्पष्ट दृष्टिकोण था कि कैसे संगठन को नया दिशा दी जा सकती है। उनके नेतृत्व में HCL Technologies ने वैश्विक स्तर पर अपनी पैठ मजबूत की है, और उन्होंने कंपनी के विकास और मुनाफे को कई गुना बढ़ाया।

2013 में, रोशनी नादर को HCL Technologies की CEO और Executive Director के रूप में नियुक्त किया गया। वह पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने इस पद पर महिला के रूप में अपनी पहचान बनाई। उनके नेतृत्व में HCL ने कई बड़ी तकनीकी परियोजनाओं को सफलता की ओर अग्रसर किया है, और कंपनी का वैश्विक विस्तार तेजी से हुआ है।

महिला उद्यमिता की प्रतीक

रोशनी नादर ने अपने काम के माध्यम से साबित किया है कि एक महिला भी किसी बड़े तकनीकी संगठन को आगे बढ़ा सकती है। उनके नेतृत्व में, HCL Technologies ने कई नई ऊंचाइयों को छुआ है, और उन्होंने अपने संगठन के लिए एक ऐसा माहौल तैयार किया है जो नवाचार और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करता है। उनकी प्रबंधन शैली में सशक्त नेतृत्व, दूरदृष्टि और काम के प्रति समर्पण का अद्भुत संयोजन देखने को मिलता है।

रोशनी नादर का मानना है कि महिलाओं को समान अवसर मिलने चाहिए, और उन्होंने खुद को एक उदाहरण के रूप में स्थापित किया है। वह नियमित रूप से महिलाओं के लिए उद्यमिता और कार्यक्षेत्र में समानता की बात करती हैं। उनकी सफलता कई युवा महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बन चुकी है, जो उद्योग और बिजनेस की दुनिया में कदम रखने का सपना देखती हैं।

समाज सेवा और अन्य पहलें

रोशनी नादर केवल एक उद्योगपति नहीं हैं, बल्कि वह समाज में भी सक्रिय रूप से योगदान देती हैं। वह Shiv Nadar Foundation की चेयरपर्सन भी हैं, जो शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहलें चला रही है। इस फाउंडेशन का उद्देश्य भारत में शिक्षा के स्तर को सुधारना और समाज के वंचित वर्गों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना है। इसके अलावा, वह कई चैरिटी संगठनों से भी जुड़ी हुई हैं और सामाजिक कारणों के लिए फंड्स जुटाने में योगदान देती हैं।

पुरस्कार और सम्मान

रोशनी नादर को उनके समर्पण और नेतृत्व के लिए कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। 2024 में उन्हें ‘फोर्ब्स इंडिया पावर लिस्ट’ में सबसे प्रभावशाली महिलाओं में शामिल किया गया था। इसके अलावा, उन्हें ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ से भी कई पुरस्कार मिले हैं।

रोशनी नादर ने दिखा दिया है कि महिला नेतृत्व में भी किसी भी उद्योग को सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सकता है। उनके नेतृत्व में HCL Technologies और Shiv Nadar Foundation ने तकनीकी और सामाजिक दृष्टिकोण से कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। उनकी यात्रा युवा उद्यमियों के लिए एक प्रेरणा बन चुकी है, और वह साबित करती हैं कि सशक्त नेतृत्व और दृढ़ संकल्प से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

आज की तारीख में, रोशनी नादर न केवल भारतीय बिजनेस जगत की एक मजबूत स्तंभ हैं, बल्कि उन्होंने महिला शक्ति और उद्यमिता का एक नया रूप भी प्रस्तुत किया है।

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